ये 3 चीजें चाय में डाल देंगे तो आपकी चाय अमृत बन जाएगी | Gautam Buddha ki kahaniyan | Gautam Buddha Story in Hindi | Buddha Story

 


दोस्तों आजकल 90 % लोग चाय का सेवन करते हैं लेकिन क्या आपको पता है चाय आपके लिए कितने फायदेमंद है हमने और आपने अक्सर यही सुना है कि चाय को पीने से नुकसान होता है लेकिन यह आपने गलत सुना है अगर आप चाय को सही तरीके से पीते हैं तो यह आपके शरीर में बहुत सारी बीमारियों को जड़ से खत्म कर सकती है आज मैं आपको इस वीडियो में यही बताऊंगा कि आपको किस तरह से चाय बनानी है और किन-किन चीजों का प्रयोग आप को इसमें करना है आपको चाय कब पीनी है और कितनी मात्रा में पीनी है और आपको किस समय चाय नहीं पीनी है और किस समय आपको चाय पीनी है अगर इन सभी चीजों के बारे में आप जान लेंगे तो आपके लिए यह चाय अमृत के समान हो जाएगी दोस्तों अगर आप पानी को भी गलत तरीके से पीते हैं तो वह भी आपके लिए जहर बन जाता है अगर आप कोई भी चीज जैसे कि कोई ताकत बढ़ाने की चीज भी अगर ज्यादा खा लेते हैं तो वह भी आपके लिए नुकसानदायक होती है इसी इसीलिए हर एक चीज को सही तरीके से पीने से व खाने से वह आपके लिए अमृत का काम कर सकती है और आपको अनेकों बीमारियों से दूर रख सकती है तो चलिए दोस्तों शुरू करते हैं एक बार एक बध भिक्षु जो कि आयुर्वेद के बहुत बड़े ज्ञाता थे वह एक नगर में स्वास्थ्य से संबंधित प्रवचन दे रहे थे तभी वहां की सभा में से एक व्यक्ति ने खड़े होकर गुरुवर से पूछा कि गुरुवर मेरे मन में एक प्रश्न चल रहा है आप मुझे उसका उत्तर देकर मेरे मन को संतुष्ट कीजिए बध भिक्षु ने उस युवक से कहा कि पूछो बेटा आपका क्या प्रश्न है तब उस युवक ने कहा कि गुरुवर मैंने सुना है कि चाय हमारे लिए जहर होती है लेकिन मैंने जिनको भी देखा है वह सभी लोग चाय को पीते हैं लेकिन फिर भी वह स्वस्थ रहते हैं अगर चाय जहर है तो लोग इसका सेवन क्यों करते हैं कृपा करके आप मेरे इस प्रश्न का उत्तर दीजिए युवक की पूरी बात ध्यान से सुनने के बाद बध भिक्षु ने उससे कहा कि बेटा चाय जहर नहीं है लेकिन अगर आप चाय को गलत तरीके से पीते हैं तो जरूर चाय जहर बन जाती है फिर गुरु उस युवक से कहते हैं कि बेटा आज मैं तुम्हें चाय के बारे में विस्तार से बताता हूं और अगर तुम चाय में मेरे द्वारा बताई गई तीन चीजों का इस्तेमाल कर लेते हो तो यह जो चाय है वह आपके लिए अमृत बन जाएगी फिर गुरु युवक से कहते हैं कि बेटा रोजाना दो से तीन कप चाय आपकी सेहत के लिए बहुत फायदेमंद होती है क्योंकि चाय के अंदर कई तरह के एंटीऑक्सीडेंट होते हैं जो आपके स्वास्थ्य को अलग-अलग तरह के फायदे पहुंचाते हैं लेकिन अगर आप इन तीन चीजों को जो मैं आपको बताऊंगा अगर आप अपनी चाय में उन्हें डालते हैं तो आपकी जो चाय है वह आपको अनेकों बीमारियों से दूर रखेगी और आपकी इम्युनिटी पावर को कहीं गुना बढ़ा देगी फिर गुरु उन सभी से कहते हैं कि बेटा सबसे पहली चीज जो आपको चाय बनाते समय चाय में डालनी है वह है अदरक अदरक एक ऐसी औषधि है ऐसी जड़ीबूटी है जो कि अक्सर लोग चाय बनाते समय चाय में डालते हैं लेकिन अगर आप अपनी चाय में अदरक नहीं डालते हैं तो उससे मिलने वाले फायदों से आप वंचित रह जाते हैं बेटा आयुर्वेदिक ग्रंथों में अदरक को सबसे महत्त्वपूर्ण जड़ी बूटियों में से एक माना गया है यहां तक कि उसे अपने आप में औषधियों का पूरा खजाना बताया गया है आयुर्वेद में इसको एक शक्तिशाली पाचक के रूप में लेने की सलाह देते हैं क्योंकि यह पाचक अग्नि को बड़का है और भूख को बढ़ाती है इसके पोषक तत्व शरीर के सभी हिस्सों तक आसानी से पहुंच पाते हैं आयुर्वेद में अदरक को जोड़ों के दर्द मतली और गति के कारण होने वाली परेशानियों के उपचार में भी इस्तेमाल किया जाता है अदरक को हजारों सालों से प्राचीन सभ्यताओं द्वारा एक पाचक रस के रूप में इस्तेमाल किया जा रहा है इसमें वाद दोष को दूर करने वाले तत्व पाए जाते हैं जो कि पेट की गैस को दूर करके पेट फूलने और उधर वायु की समस्या से बचाव करते हैं साथ ही पेट में मरोड़ को ठीक करते हैं मांसपेशियों को आराम पहुंचाते हुए अजीनता में राहत पहुंचाते हैं इस जड़ीबूटी के तत्व कोलेस्ट्रॉल को कम करने ब्लड प्रेशर को नियंत्रित करने रक्त प्रवाह में सुधार लाने और अवरुद्ध रक्त वाहिनिच्या करने का काम करते हैं यह सारी चीजें हृदय घात यानी हार्ट अटैक और स्ट्रोक के जोखिम को कम करती है अदरक में जिंजरोल नामक एक बहुत ही असरदार पदार्थ होता है जो जोड़ों और मांसपेशियों के दर्द को कम करता है और अदरक गंभीर और स्थाई इंफ्लेमेटरी रोगों के लिए एक असरदार उपचार है कहीं लोगों की फेफड़ों की ऑक्सीजन वाहिकाओं के स्नायु में सूजन आ जाती है और वह विभिन्न पदार्थों के प्रति संवेदनशील हो जाते हैं जिससे दौरे पड़ते हैं हैं तो उनको भी यह खत्म कर देती है और इसके साथ ही अदरक दो तरीके से दमा के उपचार में लाभदायक होती है पहला हवा के मार्ग की मांसपेशियों को संकुचित करने वाले एंजाइम को अवरोध करते हुए और दूसरे हवा के मार्ग को आराम पहुंचाने वाले दूसरे एंजाइम को सक्रिय करते हुए इसके अलावा अदरक आपके शरीर के अंदर सूजन को कम करती है दर्द को कम करती है जोड़ों के दर्द में आराम पहुंचाती है और आपकी इम्युनिटी को बढ़ाती है आपके वजन को कम करती है और आपके पाचन तंत्र को मजबूत करती है इसीलिए आपको चाय के अंदर अदरक डालनी चाहिए फिर बहुत बिू दूसरी चीज बताते हुए कहते हैं कि आपको अपकी चाय के अंदर दाल चीनी डालनी है दालचीनी एक ऐसी जड़ीबूटी है जो कि हमारे खाने में भी उपयोग ली जा सकती है दालचीनी में प्रोटीन कैल्शियम मैग्नीशियम जिंक विटामिन आयरन फास्फोरस मैंगनीज कॉपर कार्बोहाइड्रेट ड्रेट एंटीऑक्सीडेंट एंटीबैक्टीरियल और एंटी फगल जैसे गुण होते हैं जो हमें अनेक परेशानियों से दूर रखते हैं अगर आप दालचीनी को चाय में डालते हैं तो यह आपके ब्लड शुगर को कम करने में आपकी मदद करती है और चाय में एक धीमी खुशबू पैदा करती है इसको डालने से चाय में एक अलग प्रकार की मिठास उत्पन्न होती है दालचीनी के अंदर ऐसे तत्व होते हैं जिनसे आपके शरीर के अंदर कोई इंफेक्शन हो जाता है तो उससे लड़ने में आपको मदद मिलती है और आपके ब्लड शुगर को कम करने का काम करती है और आपके ब्लड प्रेशर को कम करने का काम भी करती है यह उस्ती बंद दम नियों को खोलने में मदद करती है जिससे हृदय तक रक्त का संचार बेहतर बना रहता है और हार्ट अटैक का खतरा भी कम हो जाता है उम्र बढ़ने के साथ हड्डियों और जोड़ों के दर्द की समस्या होना आम बात है ऐसे में यह आपके लिए बहुत असरदार होती है कई बार मांसपेशियों में तनाव या फिर रक्त परवाह में गड़बड़ी की वजह से नसों में दर्द होने लगता है ऐसे में यह दालचीनी उस दर्द को खत्म करती है अगर आपका वजन बड़ा हुआ है तो यह आपके वजन को कंट्रोल करती है यह आसानी से आपके फेट को काटने में मदद करती है अगर आप पेट दर्द से परेशान है तो उसमें भी दालचीनी अच्छा फायदा करती है और इससे मेटाबॉलिज्म बूस्ट होता है यह सीने की जलन को भी कम करने में कारगर होती है इसके अलावा युनिटी बूस्ट करने में यह दालचीनी कारगर है फिर गुरु उसे तीसरी चीज बता ते हुए कहते हैं कि बेटा आपको चाय में छोटी इलायची डालनी है इलायची में एंटीऑक्सीडेंट एंटी इंफ्लेमेटरी और एंटीमाइक्रोबियल्स मदद से शरीर में डायबिटीज तनाव और लीवर व कैंसर से संबंधित कहीं बीमारियों को दूर किया जा सकता है छोटी इलायची आपके शरीर की नसों को ताकत देने का काम करती है यह आपके पाचन तंत्र को मजबूत रखती है आपका ब्लड सर्कुलेशन अच्छा रखती है और इसके साथ ही आपके शरीर में एनर्जी को बढ़ाती है इलायची का सेवन आपको यौन रोग या गुप्त रोगों से निजात दिलाता है यह कैंसर जैसी गंभीर बीमारियों को खत्म करती है इसमें एंटी इंफ्ले मेंट्री तत्व मुंह का कैंसर त्वचा के कैंसर से लड़ने में कारगर होते हैं इलायची में मैग्नीशियम और पोटेशियम प्रचूर मात्रा में पाया जाता है जिससे शरीर का ब्लड सर्कुलेशन हमेशा सामान्य बना रहता है और ब्लड प्रेशर को कंट्रोल में रखता है अगर आप गैस एसिडिटी और पेट की समस्या से परेशान है तो चाय में इलायची का सेवन अवश्य करें अगर आपको सांस की बीमारी है तो फिर आपके लिए इलायची का जो सेवन है वह अमृत के समान हो जाएगा ऐसा इसीलिए क्योंकि इलायची की तासीर गर्म होती है और यह अस्थमा में भी कारगर होती है आयुर्वेद के अनुसार इलायची में मौजूद एंटीऑक्सीडेंट तत्व शरीर की शुगर यानी इंसुलिन के लेवल को कम करने में मदद करते हैं इलायची में मौजूद एंटीऑक्सीडेंट गुण कॉर्नी डिजीज यानी एलर्जी और सूजन की समस्याओं से निजात दिलाने में मदद करती है जिनको सर्दी खांसी या गले में खराश की समस्या रहती है तो ऐसे में हरी इलायची बेहद फायदेमंद रहेगी इलायची का सेवन करने से पेट में अल्सर की समस्या से छुटकारा मिलता है क्योंकि इलायची के रोजाना सेवन करने से पाचन संबंधित समस्याओं में निजात मिलता है क्योंकि इलायची का अक्र गैस्ट्रिक अल्सर के आकार को कम से कम 50 फीसद तक पूरी तरह खत्म कर देता है इसके अलावा आप एक इलायची को ऐसे ही भोजन करने के तुरंत बाद खाते हैं तो इससे मुंह की दुर्गंध दूर होती है और दांतों की कैविटीज की समस्या खत्म हो जाती है और उल्टी और मिथली की समस्याएं भी दूर होती है इलायची के अक्र के सेवन करने पर लीवर से जुड़ी बीमारियों का खतरा कम होता है इलायची के अक्र में मौजूद एंजाइम कोलेस्ट्रॉल को कम करते हैं और जिनको बार-बार घबराहट होती है उनके लिए भी इलायची बहुत फायदेमंद है इलायची में एंटीऑक्सीडेंट तत्व होते हैं जो कि ब्लड सर्कुलेशन को सामान्य बनाती है जिससे दिमाग शांत रहता है इलायची आपके वजन को बढ़ने से रोकती है और आपके मोटापे को कम करती है इलायची का उपयोग करने से फगल इंफेक्शन फूड पॉइजनिंग और पाचन संबंधित रोग बिल्कुल खत्म हो जाते हैं इसीलिए आपको अपनी चाय में छोटी इलायची अवश्य डालनी है फिर व बध बिक्सो उस युवक से कहते हैं कि बेटा अब आपको चाय किस तरह बनानी है इसके बारे में समझो अगर आपको एक कप चाय बनानी है तो सबसे पहले आपको दो कप पानी लेना है फिर उस पानी को अच्छे से गर्म करना है इसके बाद उसमें आधी चम्मच कटी हुई अदरक डालनी है और इसके बाद उसमें एक चौथाई दालचीनी पाउडर डालना है और एक छोटी इलायची कूटकर उसमें डाल देनी है फिर उस चाय को अच्छे से बहुत देर तक पकाना है उस चाय में अच्छे से उबाल आ जाए तब उसमें आपको आधा कप दूध मिलाना है और उसे धीमी धीमी आंच पर पकने देना है चाय को बहुत देर पकाने से उसमें मौजूद एंटीऑक्सीडेंट तत्व पानी व दूध के अंदर आ जाते हैं और यह तीनों चीज यानी अदरक दालचीनी और इलायची भी पानी में अच्छी तरह मिल जाती है जिससे आपकी चाय जो है वह अमृत बन जाती है आपको अपनी चाय में चीनी का उपयोग नहीं करना है क्योंकि चीनी जो है वह एक मीठा जहर है आप अपनी चाय में चीनी डालते हैं तो यह आपके लिए बहुत नुकसानदायक होती है और वह आपकी चाय को जहर बना देती है इसीलिए अगर आपको अपने चाय मीठी करनी है तो आप इसमें गुड़ डाल सकते हैं अगर आप चाय फेकी पी सकते हैं तो यह बहुत अच्छी है लेकिन अगर आप फेकी चाय नहीं पी सकते हैं तो आप इसमें गुड़ डाल सकते हैं फिर आपको इस चाय को छानकर एक कप में निकाल लेना है और थोड़ी-थोड़ी ठंडी होने के बाद ही आपको इसको पीना है फिर गुरु उस युवक से कहते हैं कि बेटा आपको एक चीज का ध्यान और रखना है खाना खाने के तुरंत बाद आपको कभी भी चाय नहीं पीनी है क्योंकि यह आपके शरीर में आयरन के अव शोषण को कम करती है चाय में टेनी नाम का यौगिक पाया जाता है यह शरीर में आयरन को अवशोषित करने की क्षमता को कम कर सकता है इसीलिए भोजन करने के तुरंत बाद चाय पीने से मना किया जाता है और आपको कभी भी दो या तीन कप से ज्यादा चाय नहीं पीनी है क्योंकि अधिक चाय चिंता और तनाव का कारण बन सकती है चाय में कैफीन होता है और कैफीन के अधिक सेवन से मस्तिष्क संबंधित रोगों का सामना करना पड़ सकता है अत्यधिक मात्रा में चाय का सेवन चिंता तनाव और बेचैनी को बढ़ावा देता है इसके साथ ही अधिक चाय का सेवन अनिद्रा और हृदय रोग का कारण बनता है वैसे तो चाय हरदे रोग में सहायक होती है लेकिन चाय में मौजूद कैफीन के कारण इसका अधिक सेवन हरदे रोग और अनिद्रा का कारण बन सकता है चाय के अधिक सेवन से जी मिचलाने की शिकायत पैदा हो सकती है और यह सीने में जलन पैदा कर सकती है चाय में मौजूद कैफीन पेट में गैस्ट्रिक एसिड की मात्रा को बढ़ा सकता है जिस से सीने में जलन महसूस हो सकती है इसीलिए एसिडिटी से जूझ रहे लोगों को चाय का सेवन नहीं करना चाहिए गर्भावस्था में भी चाय का सेवन नहीं करना चाहिए क्योंकि इससे बच्चे का वजन कम होता है उसके स्वास्थ्य पर बुरा प्रभाव पड़ता है इसीलिए आपको कभी भी अधिक चाय का सेवन नहीं करना है बस आपको दिन में दो या तीन कप चाय का सेवन करना है अगर आप दो या तीन कप चाय का सेवन करते हैं तो यह आपके लिए बहुत फायदेमंद है इस चाय को पीने से आपको पांच बहुत जबरदस्त फायदे होते हैं जिसमें पहला यह है कि आपका पाचन तंत्र ठीक रहता है क्योंकि चाय में केटच नाम का एक खास तत्व पाया जाता है कटच सूजन के कारण होने वाली पेट से जुड़ी समस्याओं को कम करने में आपकी मदद करता है इसका दूसरा फायदा है कि यह आपके डायबिटीज की समस्या से आपको निजात दिलाता है इसका तीसरा फायदा है यह आपके बालों और त्वचा के लिए फायदेमंद है इसमें एंटीऑक्सीडेंट तत्व पाए जाते हैं जो शरीर से विषाक्त पदार्थों को खत खत्म करने में आपकी मदद करते हैं और हीलिंग प्रक्रिया शुरू करते हैं यह त्वचा के लिए बहुत अच्छा है क्योंकि यह शरीर के त्वचा के संक्रमण को और धब्बे से लड़ने में आपकी मदद करता है यह बढ़ती उम्र के प्रभाव को कम करता है इसका चौथा फायदा है यह आपकी इम्युनिटी को मजबूत करता है यह चाय एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर होती है जो इम्युनिटी को मजबूत बनाने में आपकी मदद करती है मजबूत इम्युनिटी शरीर को कहीं वायरल संक्रमण से बचाने में म मद कर सकती है इस चाय में मौजूद कैफीन आपके मस्तिष्क को सतर्क रखता है जिससे आपके शरीर में ऊर्जा का संचार निरंतर होता रहता है इसका पांचवां फायदा आपके दिमाग को होता है दिमाग की कोशिकाओं को स्वस्थ रखने के साथ ही उनमें रक्त के प्रवाह को और भी बेहतर बनाने के लिए यह चाय पीना बहुत उपयोगी है यह दिमाग को तेज करती है और आपकी यादाश्त को बढ़ाती है और आप पहले से अधिक सतर्क व सक्रिय होते हैं इस वीडियो में बस इतना ही मिलते हैं अगले वीडियो में अगले टॉपिक के साथ थैंक्स फॉर वाचिंग प्लीज सब्सक्राइब Rajib inspired Youtube 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