जय हिंद दोस्तों मनुष्य का जीवन सदैव प्रसन्नता से भरा रहे ऐसा आवश्यक नहीं है सुख और दुख एक ही सिक्के के दो पहलू है यदि मनुष्य के जीवन में दुख और बुरा समय नहीं होगा तब वह अच्छे समय के महत्व को कभी नहीं समझ पाएगा कई व्यक्ति ऐसे होते हैं जब उनके जीवन में समस्याएं आती हैं तब वह बार-बार यही कहते हैं कि आखिर अच्छा समय कब किंतु अच्छा समय भाग्य पर निर्भर करता है साथ ही हमारे कर्म भी अच्छे समय को हम तक पहुंचने में सहयोग करते हैं मनुष्य के जीवन में होने वाली घटनाओं को ईश्वर तरह तरह से संकेत देकर उसे बताने का प्रयास करते हैं जब मनुष्य का अच्छा समय आने वाला होता है तब ईश्वर उसे विभिन्न प्रकार से संकेत देकर बताने का प्रयास करते हैं कि तुम्हारा अच्छा समय जल्द आएगा थोड़ा धीरज रखो ऐसे में जानकारी के अभाव में व्यक्ति उन संकेतों का गलत अर्थ निकाल लेते हैं या फिर उनका स्वागत नहीं करते इस प्रकार जब परेशानियां उनका पीछा नहीं छोड़ती हैं तब वह निराश हो जाते हैं आज हम आपको इस वीडियो में बताने वाले हैं कि अच्छे समय आने की क्या संकेत होते हैं और किस प्रकार से इन संकेतों का स्वागत करना चाहिए दोस्तों गौतम बुद्ध की शिक्षा हर किसी के जीवन को नई दिशा दे सकती है अगर आप भी इसे मानते हैं तो कमेंट्स में नमो बुद्धाय लिखना मत भूलिए इस कहानी को अंत तक सुनिए और वीडियो के साथ बने रहिएगा तो अब इस कहानी की शुरुआत करते हैं बहुत समय पहले की बात है एक गांव में एक गरीब आदमी रहता था वह आदमी अपने जीवन के दुखों से बहुत अधिक परेशान रहता था जब कभी वह कोई काम करने जाता तो वह काम सफल होते होते रह जाता था आखिरी क्षणों में असफलता ही उसके हाथ लगती थी कभी वह स्वास्थ्य को लेकर परेशानी में रहता था तो कभी उसके परिवार में अकाल मृत्यु हो जाती थी वह अपने जीवन के दुखों से तंग आ चुका था एक दिन की बात है वह अपने घर के दरवाजे पर बैठा बैठा सोच रहा था तभी उसके दरवाजे पर चिड़ियों का झुंड आया वह पहले से ही परेशान था चिड़ियों को देखकर वह उन्हें भगाना शुरू कर दिया सभी चिड़िया उसके दरवाजे से दूर हो गई उस व्यक्ति की यह विशेष आदत थी जब भी वह किसी जानवर को अपने घर के आसपास देखता था तब उसे मारने और भगाने लगता था साधु संतों को देखकर वह कभी उन्हें प्रणाम नहीं करता था बल्कि मुंह फेर करर वहां से चला जाता था आखिरकार लगातार परेशानी झेलते हुए जब उसकी हिम्मत टूट गई तब एक दिन उसने निर्णय ले लिया कि अब वह इस जीवन को समाप्त कर देगा वह अपना घर छोड़कर गांव से बाहर चला गया और नदी को देखते ही उसमें छलांग लगा दी लेकिन यह क्या दो सन्यासियों ने उसे नदी के पानी से बाहर निकाल दिया दरअसल जब वह नदी में छलांग लगा रहा था वहां पर एक सन्यासी और उनके दो शिष्य बैठे हुए थे उस व्यक्ति को नदी में छलांग लगाता हुआ देखकर सन्यासी ने अपने शिष्यों को आदेश दिया और उस व्यक्ति को पानी से बाहर निकाला गया पानी से बाहर आते ही वह व्यक्ति सन्यासी के ऊपर चिल्लाता उसने कहा कि आपने मेरी जान क्यों बचाई मैं जीवित नहीं रहना चाहता मुझे मरना ही होगा सन्यासी ने उसे समझाते हुए कहा कि यह जीवन बहुत मूल्यवान है तुम इसे इस प्रकार क्यों व्यर्थ कर रहे हो आखिरकार जब समय पूरा हो जाएगा तब तुम्हें यह धरती छोड़कर जाना ही है उस व्यक्ति ने कहा कि मैं अपने जीवन की परेशानियों से तंग आ गया हूं मुझे समझ में नहीं आता है कि कि मेरा अच्छा समय कब शुरू होगा मेरे जीवन में सब कुछ बुरा बुरा होता है मैं लाख प्रयत्न करता हूं फिर भी सफलता नहीं मिलती है सन्यासी ने कहा कि मैं तुम्हारी सहायता करूंगा तुम सबसे पहले आत्महत्या करने का विचार अपने दिमाग से निकाल दो क्योंकि यह सबसे बड़ा पाप है जो व्यक्ति आत्महत्या करते हैं उन्हें कभी मुक्ति नहीं मिलती है तुम्हें क्या लगता है तुम आत्महत्या कर लोगे तो तुम्हारी परेशानी खत्म हो जाएगी कभी नहीं बल्कि आत्महत्या से तुम कायर सिद्ध होते हो उस व्यक्ति ने कहा कि हे सन्यासी आप बहुत ज्ञानी है कृपया करके मुझे कोई मार्ग बताइए मुझे यह बताइए कि मेरा अच्छा समय कब आएगा और इसके संकेत क्या-क्या है सन्यासी ने कहा कि मैं तुम्हारी सहायता अवश्य करूंगा किंतु उससे पहले तुम्हें मेरे कार्य करने होंगे मैं तुम्हें जैसा जैसा कहता हूं तुम्हें मेरी बात माननी होगी उस व्यक्ति ने कहा कि आप जो भी कहेंगे मुझे सब मान्य है आप यह बताइए कि मेरे जीवन में अच्छा समय कब आएगा और इसके संकेत क्या है सन्यासी ने कहा कि पहले मेरी बात सुन लो व्यक्ति ने कहा ठीक है मुझे बताइए सन्यासी ने कहा कि यदि तुम चाहते हो तुम्हारा अच्छा समय जल्दी आए तो प्रतिदिन चिड़ियों को दाना डालना उस व्यक्ति ने मोह बनाते हुए कहा यह किस प्रकार का कार्य है मुझे तो चिड़िया पसंद नहीं है यदि वह मेरे द्वारा पर आए तो मैं उन्हें भगा देता हूं तब सन्यासी ने कहा कि तुम अच्छे समय के संकेत का स्वागत इस प्रकार करते हो वह व्यक्ति चौक ग उसने कहा कि चिड़ियों का और अच्छे समय का क्या लेना देना सन्यासी ने कहा कि जाओ पहले यह कार्य करके आओ प्रतिदिन द्वार पर जो भी चिड़िया आए उसे दाना डालना और एक सप्ताह बाद मुझे यहीं पर मिलना उस व्यक्ति के पास कोई और विकल्प नहीं था उसने सन्यासी की बात मान ली और घर वापस चला गया अब जब कभी उसके दरवाजे पर चिड़िया आती तो वह उन्हें दाना देने लगता इस प्रकार लगभग एक हफ्ते तक यह कार्य करने के बाद उसे लगने लगा कि उसे कुछ अच्छे समाचार प्राप्त हो रहे हैं शायद अब उसका जीवन बदलने वाला है एक सप्ताह बाद जब वह सन्यासी से मिला उसने कहा कि उसने चिड़ियों को दाना देना शुरू किया अब उसे कुछ अच्छे समाचार मिलने लगे सन्यासी ने उस व्यक्ति को समझाते हुए कहा कई बार व्यक्ति अपनी परेशानी और अपने गुस्से में अपने जीवन में आने वाले अच्छे संकेतों को स्वयं से दूर कर देते हैं जीवन में कुछ ऐसी आकस्मिक बातें होती हैं जिनके प्रभाव से यह पता चलता है कि जीवन में अब अच्छा समय आने वाला है उस व्यक्ति ने कहा कि अब आप मुझे बताइए कि अच्छे समय के क्या संकेत है सन्यासी ने बताना शुरू किया उन्होंने कहा कि पहला संकेत चिड़िया गौरिया इत्यादि का द्वार पर आना एक सप्ताह तक चिड़ियों को दाना देने के बाद तुम्हें यह समझ में आ गया होगा कि उनका हमारे जीवन में कितना महत्व है दरअसल चिड़िया ईश्वर की प्रिय होती है यह छोटे जीव बहुत ही निर्दोष होते हैं जीवन में जब भी कुछ अच्छा होने वाला होता है तब ईश्वर उन्हें संदेश वाहक के रूप में मनुष्य के द्वार पर भेजते हैं यदि मनुष्य उनका स्वागत अच्छे से करते हैं उन्हें दाना पानी देते हैं तब अच्छा समय जल्दी आता है लेकिन यदि मनुष्य उनके साथ खराब व्यवहार करें तब अच्छा समय भी दूर चला जाता है इसलिए हमेशा दरवाजे पर चिड़िया आए तो उसका स्वागत करना चाहिए गाय का द्वार पर आना गाय एक ऐसी जानवर है जो हमें दूध देती है इस दूध को देवता अमृत समान मानते हैं वेदों और शास्त्रों में गायों की पूजा का भी विधान है कहा जाता है कि जब कभी घर में रोटी बनती है तो पहली रोटी गाय को समर्पित करना चाहिए जब कभी घर के आसपास गाय दिखाई दे तो उसे अच्छा संकेत मानते हुए रोटी अवश्य खिलाना चाहिए गाय ईश्वर को प्रिय होती है जो भी मन से गाय की सेवा करते हैं ईश्वर उनके ऊपर प्रसन्न रहते हैं गाय को कभी परेशान नहीं करना चाहिए बल्कि उन्हें ईश्वर का संदेश वाहक मानकर सदैव उनके स्वागत करना चाहिए स्वप्न में पितरों के दर्शन होना यदि कभी भी स्वप्न में पूर्वजों के दर्शन हो तो इसे अच्छा संकेत मानना चाहिए हमारे पूर्वज भले ही हमसे दूर होते हैं किंतु किसी ना किसी प्रकार से वह हम से जुड़े होते हैं उनका स्वप्न में आना अच्छे समय आने का संकेत होता है वह हमें आने वाले अच्छे समय के लिए संदेश देने आते हैं इसलिए जब कभी सपने में पूर्वजों के दर्शन हो तो इसे बुरा नहीं मानना चाहिए बल्कि उसे अच्छा मानते हुए मन को प्रसन्न रखना चाहिए अपने पूर्वजों के प्रति सदैव नतमस्तक रहना चाहिए और प्रतिदिन उन्हें ईश्वर मानकर प्रणाम अव अवश करना चाहिए पूजा करते आंखों में आंसू आना आमतौर पर पूजा पाठ नित्य कर्म होते हैं यह प्रतिदिन करना चाहिए किंतु कोई व्यक्ति भक्ति भाव में इतना अधिक हो जाते हैं कि पूजा करते समय उनकी आंखों से आंसू आने लग जाते हैं यह ईश्वर का सबसे अच्छा संकेत होता है कि अब अच्छा समय शुरू होने वाला है यदि आपके साथ इस प्रकार का कुछ भी हो रहा है तो ईश्वर को धन्यवाद देना चाहिए ईश्वर स्वयं आपसे जुड़ना चाहते हैं तभी उन्होंने आपका हृदय में इस प्रकार की भक्ति भावना भर दी है कि जब आप पूजा पाठ करने जा रहे हैं तो आपको भावनाओं महसूस हो रही हैं और आंखों में आंसू आ रहे हैं इसे अच्छा संकेत मानना चाहिए साथ ही ईश्वर में और अधिक मन लगाना चाहिए कठिन समय में साधु संतों के दर्शन कभी जीवन में बहुत अधिक कठिनाई का समय हो और साधु संतों के दर्शन हो रहे हैं तब इस समय को अच्छा संकेत मानना चाहिए साधु संत बड़े ही प्रतापी होते हैं और उनका ईश्वर के साथ गहरा संबंध होता है वे ईश्वर के प्रतिनिधि के रूप में कार्य करते हैं उनके दर्शन होने पर उन्हें प्रणाम करना चाहिए उन्हें भोजन इत्यादि कराकर सदैव उनके सामने नतमस्तक रहना चाहिए जब कभी उन्हें देखना चाहिए तो प्रणाम अवश्य करना चाहिए उनके प्रति विनम्रता अच्छे समय को जल्दी लेकर आती है कठिन समय सदैव नहीं रहता है और साधु संतों के दर्शन तो कठिन समय को दूर करने में सहायता करते हैं इसलिए जब कभी साधु संतों के दर्शन हो तो ईश्वर को धन्यवाद देते हुए उनका स्वा करना चाहिए अचानक से रास्ते मिलना कई बार व्यक्ति जब कठिनाई में होते हैं तो उन्हें कोई रास्ता नहीं सूझता है किंतु जब वह पूजा पाठ इत्यादि करते हैं अथवा पुण्य कर्म करते हैं तो ईश्वर उन्हें अवश्य रास्ता दिखाते हैं यदि आप परेशानी में है और अचानक से आपके दिमाग में कोई बात आ रही है कि यह करने से शायद मेरी परेशानी दूर हो सकती है तो उसे तुरंत कर डालना चाहिए क्योंकि यदि आपके दिमाग में वह बात आई है तो इसके पीछे ईश्वरीय शक्तियां हैं जो आपको सहायता कर रही है ताकि आप समाधान तक जल्दी पहुंच सके इसलिए परेशानी के समय मन में सबसे पहले समाधान का जो विचार आ रहा है उसे तुरंत कर लेना चाहिए ऐसा करने से आपका अच्छा समय जल्दी शुरू होता है सन्यासी की बातें सुनकर उस व्यक्ति ने उन्हें धन्यवाद दिया और कहा कि आपने मेरे जीवन की रक्षा की है यदि आप नहीं होते तो मैं आज जीवित नहीं होता मैं वादा करता हूं कि आज के बाद जीवन में कोई भी परेशानी आएगी तो मैं डटकर उसका सामना करूंगा साथ ही इन अच्छे संकेतों का स्वागत करूंगा कभी किसी जानवर को देखकर उस पर अत्याचार नहीं करूंगा इस प्रकार सन्यासी ने उस व्यक्ति को जीवन की नई राह दिखाई तो दोस्तों उम्मीद करता हूं कि आप सभी को यह कहानी जरूर पसंद आई होगी इसी प्रकार और भी 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